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Lord Shiva: भगवान शिव को क्यों कहा जाता है नीलकंठ, जानिए रोचक कहानी

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: निधि Updated Thu, 23 May 2024 07:00 AM IST
सार

Lord Shiva: भगवान शिव को भोलेनाथ, जटाधारी, शंभूनाथ, महादेव, शंकर जी आदि नामों से जाना जाता है। इनमें से महादेव का एक और नाम है- नीलकंठ।

Lord Shiva
Lord Shiva- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Lord Shiva: भगवान शिव को भोलेनाथ, जटाधारी, शंभूनाथ, महादेव, शंकर जी आदि नामों से जाना जाता है। इनमें से महादेव का एक और नाम है- नीलकंठ। भगवान शिव को नीलकंठ कहा जाता है। उन्हें यह नाम क्यों मिला, इसके पीछे क्या कारण है? इस संबंध में पुराणों में एक कथा का वर्णन मिलता है जो इस प्रकार है-
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भगवान शिव को क्यों कहा जाता है नीलकंठ

देवासुर संग्राम के समय मंथन से 14 रत्न निकले और इन्हीं रत्नों में कालकूट नामक भयंकर विष निकला। उस विष की अग्नि से दसों दिशाएं जलने लगीं। समस्त प्राणियों में हाहाकार मच गया। देवताओं और दैत्यों सहित ऋषि, मुनि, मनुष्य, गंधर्व और यक्ष आदि उस विष की गरमी से जलने लगे। देवताओं की प्रार्थना पर, भगवान शिव विषपान के लिए तैयार हो गए। उन्होंने भयंकर विष को हथेलियों में भरा और भगवान विष्णु का स्मरण कर उसे पी गए। भगवान विष्णु अपने भक्तों के संकट हर लेते हैं।

उन्होंने उस विष को शिवजी के कंठ में ही रोक कर उसका प्रभाव समाप्त कर दिया। विष के कारण भगवान शिव का कंठ नीला पड़ गया और वे संसार में नीलंकठ के नाम से प्रसिद्ध हुए। जिस समय भगवान शिव विषपान कर रहे थे, उस समय विष की कुछ बूंदें नीचे गिर गईं। जिन्हें बिच्छू, सांप आदि जीवों और कुछ वनस्पतियों ने ग्रहण कर लिया। इसी विष के कारण वे विषैले हो गए। विष का प्रभाव समाप्त होने पर सभी देवगण भगवान शिव की जय-जयकार करने लगे। 
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 किस विधि से करें शिव जी की आराधना

धन में वृद्धि और लंबी उम्र पाने के लिए सोमवार के दिन गाय के घी से शिवलिंग का अभिषेक करें। माना जाता है कि इस पूजा से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और जल्द ही सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।

देवों के देव महादेव की कृपा पाने के लिए उनका चंदन से अभिषेक करें। ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग पर चंदन चढ़ाने से भक्तों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की इस पूजा से समाज में मान-सम्मान और समृद्धि आती है।

हिंदू धर्म में मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ जिस पर मेहरबान होते हैं उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। ऐसे में आज उन्हें प्रसन्न करने के लिए आप गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। इस उपाय से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। 

अगर आप भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं तो सोमवार के दिन अक्षत, चंदन, धतूरा, दूध, गंगाजल और बेलपत्र से भगवान शिव की पूजा करें। इससे व्यक्ति को जल्द ही भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। 

अगर आपको धन संबंधी परेशानियां हैं तो उन्हें दूर करने के लिए सोमवार के दिन शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। साथ ही कच्चे चावल में काले तिल मिलाकर दान करने से घर धन-धान्य से भरा रहता है। इसके अलावा पितृ दोष के प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है।

भोलेनाथ की पूजा में जरूर चढ़ाएं ये चीजें 

अगर आप सोमवार के दिन शिव की भक्ति करते हैं तो भोलेनाथ को चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा या दातिका के फूल, दूध, गंगाजल चढ़ाएं। इन्हें चढ़ाने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं।
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