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Shani Dev Idol Tips: घर में क्यों नहीं रखी जाती शनिदेव की मूर्ति? जानिए वजह
जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: निधि Updated Sat, 08 Jun 2024 05:30 AM IST
सार
Shani Dev Idol Tips: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर परिणाम देते हैं।
Shani Dev Idol Tips- फोटो : JEEVANJALI
विस्तार
Shani Dev Idol Tips: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर परिणाम देते हैं। सभी ग्रहों में शनिदेव को क्रूर और अशुभ ग्रह माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। शनिदेव कर्मप्रधान देवता हैं। अगर किसी जातक की कुंडली में शनिदेव शुभ भाव में बैठे हों या फिर जातक अच्छे कर्म करता हो तो उस पर शनिदेव की शुभ छाया रहती है। ऐसे लोगों को शनिदेव हमेशा धन और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। वहीं अगर जातक की कुंडली में शनि अशुभ भाव में बैठे हों या फिर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही हो तो कई तरह की परेशानियां आती हैं। इतना सब होने के बावजूद भी घर में शनिदेव की मूर्ति नहीं रखी जाती है। आइए जानते हैं घर में भगवान शनिदेव की मूर्ति क्यों नहीं रखी जाती है और मूर्ति की पूजा की सही विधि क्या है।
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पौराणिक कथाओं के अनुसार
पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि देव भगवान कृष्ण के बहुत बड़े भक्त थे और हमेशा उनकी भक्ति में लीन रहते थे। एक बार शनि देव की पत्नी उनसे मिलने आईं। उस समय भी शनि देव अपने प्रिय भगवान कृष्ण के ध्यान में लीन थे। शनि देव की पत्नी के बहुत प्रयास करने के बाद भी शनि देव का ध्यान नहीं टूटा और वे भक्ति में लीन रहे।
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इससे उनकी पत्नी क्रोधित हो गईं और गुस्से में उन्होंने शनि देव को श्राप दे दिया कि आज से जिस किसी पर भी शनि देव की दृष्टि पड़ेगी, उसका दुर्भाग्य होगा। बाद में शनि देव को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने अपनी पत्नी से माफी भी मांगी, लेकिन उनकी पत्नी में श्राप वापस लेने की शक्ति नहीं थी। इसी वजह से तब से शनि देव सिर झुकाकर चलते हैं ताकि उनकी नजर किसी पर न पड़े और उनका दुर्भाग्य न हो।
शनि देव की नजर के कारण ही घर में उनकी तस्वीर या मूर्ति नहीं रखी जाती है। ताकि लोग उनकी नजर से बच सकें और उनका दुर्भाग्य न हो। इसीलिए शनिदेव के ज़्यादातर मंदिरों में उनकी मूर्ति की पूजा करने की बजाय उनकी शिला की पूजा की जाती है ताकि उनकी बुरी नज़र किसी पर न पड़े। इसीलिए माना जाता है कि शनिदेव की मूर्ति की आँखों में नहीं देखना चाहिए, सिर्फ़ शनिदेव के चरण कमलों के दर्शन करने चाहिए।