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Sawan 2024 Start Date: साल 2024 में किस दिन है सावन का पहला सोमवार, जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Wed, 12 Jun 2024 05:06 AM IST
सार

Sawan 2024 Start Date: हिंदू धर्म में हर महीने का अपना महत्व होता है क्योंकि हर महीना किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है।

सावन 2024 प्रारंभ तिथि
सावन 2024 प्रारंभ तिथि- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Sawan 2024 Start Date: हिंदू धर्म में हर महीने का अपना महत्व होता है क्योंकि हर महीना किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस महीने में शिव की पूजा की जाती है और व्रत भी रखा जाता है। ऐसा करने से इस महीने में भोलेनाथ की कृपा बरसती है। कहा जाता है कि इस महीने में सच्चे मन और भक्ति से भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। सावन में सोमवार और मंगलवार को बहुत खास माना जाता है।

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इस साल क्यों खास हैै सावन का महीना 

इस साल का सावन महीना बेहद खास है क्योंकि इसकी शुरुआत सोमवार से हो रही है। इसके अलावा प्रीति, आयुष्मान योग के साथ सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है। इस शुभ योग में भोलेनाथ की पूजा करने से कई गुना अधिक फल मिलेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रीति योग सुबह से शाम 5:58 मिनट तक है। इसके बाद आयुष्मान योग शुरू हो जाएगा। वहीं, सर्वार्थसिद्धि योग सुबह 5:57 मिनट  से शुरू होकर सुबह 10:21 मिनट तक रहेगा। 

किस दिन पड़ रहा है सावन का पहला सोमवार

सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय होता है. मान्यता है कि सच्चे मन से सावन सोमवार का व्रत करने से महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. पंचांग के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा 21 जुलाई को पड़ रही है. इसके अगले दिन यानी 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा. सावन का पहला सोमवार व्रत इसी दिन यानि 22 जुलाई को  पड़ रहा है.
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क्या है सावन का महत्व

हिंदू धर्म में सावन महीने का विशेष महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी पड़ती है. इस दिन सृष्टि के रचयिता झीर सागर में योग निद्रा में चले जाते हैं. इसके साथ ही वे सृष्टि के संचार की बागडोर भोलेनाथ के हाथों में सौंप देते हैं. ऐसे में भोलेनाथ अपने हर भक्त की पुकार सुनते हैं. कहते हैं कि भोलेनाथ को भक्ति भाव से जल चढ़ाने से वे बेहद प्रसन्न होते हैं. इसके अलावा सावन के महीने में कांवड़ यात्रा भी शुरू होती है।


कैसे करें भगवान शिव की पूजा 

सोमवार की सुबह जल्दी उठें और देवी-देवताओं का ध्यान करके दिन की शुरुआत करें।
इसके बाद स्नान करके साफ कपड़े पहनें। 
अब भगवान शिव का विधिवत तरीके से अभिषेक करें और व्रत का संकल्प लें। 
इसके बाद उन्हें सुगंध, फूल, धूप, बेलपत्र, अक्षत आदि अर्पित करें। 
देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और महादेव के मंत्रों का जाप करें।
इस दिन शिव चालीसा का पाठ करना बहुत फलदायी साबित होता है। 
भगवान को भांग, फल और मिठाई आदि प्रिय चीजें अर्पित करें।

पूजा के दौरान करें इन मंत्रों का जप 

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय ।।

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय। श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय तस्मै शिकाराय नम: शिवाय ।।

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