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Vastu Tips Home Temple: इस दिशा में मंदिर बनाना है बहुत अशुभ, हमेशा बनी रहती हैं परेशानियां

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: निधि Updated Thu, 16 May 2024 09:00 AM IST
सार

Vastu Tips Home Temple:  वास्तु में कहा गया है कि घर में रोजाना पूजा के दौरान धूप और दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है इसलिए रोज सुबह पूजा करनी चाहिए। ध

Vastu Tips Home Temple
Vastu Tips Home Temple- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Vastu Tips Home Temple:  वास्तु में कहा गया है कि घर में रोजाना पूजा के दौरान धूप और दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है इसलिए रोज सुबह पूजा करनी चाहिए। धर्म शास्त्रों में भी सुबह और शाम के समय भगवान की पूजा करना जरूरी बताया गया है। कई बार नियमित रूप से पूजा-पाठ करने के बाद भी जीवन में परेशानियां या तनाव बना रहता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? वास्तु शास्त्र के अनुसार इसका कारण आपके घर के मंदिर की गलत दिशा भी हो सकती है। अगर घर का मंदिर गलत दिशा में बना हो तो पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता है और जीवन में कई परेशानियां आने लगती हैं, तो आइए जानते हैं कि किस दिशा में मंदिर बनाने से जीवन में सारी परेशानियां आ जाती हैं और किस दिशा में मंदिर की दिशा. यह शुभ है.
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आग्नेय कोण में नहीं होना चाहिए पूजा स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मंदिर कभी भी आग्नेय कोण यानी दक्षिण-पूर्व के मध्य में नहीं बनाना चाहिए। इस कोण में मंदिर बनाना अशुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार रसोईघर को आग्नेय कोण में बनाना शुभ होता है। यदि घर का पूजा स्थान आग्नेय कोण में बनाया गया है तो घर का मुखिया हृदय रोग और रक्त संबंधी समस्याओं से पीड़ित होने लगता है।
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वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का पूजा स्थान कभी भी वायव्य कोण यानि पश्चिम और उत्तर के बीच में नहीं होना चाहिए। इस दिशा में घर का पूजा स्थान होने से पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है इसके अलावा घर के धर्म का पालन नहीं करते। घर में कलह मन मुटाव बना रहता है परिवार के सदस्यों की वाणी में कठोरता आती है।

इस दिशा में मंदिर बनाने से होती है शुभ फल की प्राप्ति
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का पूजा स्थान ईशान कोण यानि उत्तर और पूर्व के मध्य स्थान में बनाना चाहिए। इस दिशा में बना हुआ मंदिर अत्यंत शुभ फल देने वाला होता है। वास्तु के अनुसार इस दिशा में मंदिर होने से पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है आपके घर का वातावरण भी सकारात्मक रहता है परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है और आपसी प्रेम एवं सद्भाव बना रहता है। मान्यता है कि इस दिशा में मंदिर हो तो घर के मुखिया के छोटे भाई-बहन, बेटा या बेटी कई विषयों की विद्वान होते हैं। 

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