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Masik Durga Ashtami 2024: 15 मई को है मासिक दुर्गाष्टमी, जल्दी से नोट कर लें पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: निधि Updated Mon, 13 May 2024 01:21 PM IST
सार

Masik Durga Ashtami May 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। वैशाख माह में दुर्गाष्टमी का पर्व 15 मई को पड़ रहा है।

Masik Durga Ashtami 2024
Masik Durga Ashtami 2024- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Masik Durga Ashtami May 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। वैशाख माह में दुर्गाष्टमी का पर्व 15 मई को पड़ रहा है। किसी भी माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि मां दुर्गा को समर्पित होती है। दुर्गाष्टमी के दिन व्रत रखा जाता है और मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। मासिक दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा भाव से जो कोई भी व्यक्ति व्रत रखता है और मां दुर्गा की उपासना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही इस दिन पूजा से जीवन में चल रही किसी भी तरह की समस्या का समाधान निकल जाता है। मां दुर्गा अपने भक्तों की संकटों से रक्षा करती हैं और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा विधि ......
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पूजा सामग्री की लिस्ट 
लाल चुनरी, लाल वस्त्र, मौली, श्रृंगार का सामान, दीपक, घी/ तेल, धूप, नारियल, साफ चावल, कुमकुम, फूल, देवी की प्रतिमा या फोटो, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, बताशे या मिश्री, कपूर, फल-मिठाई, कलावा आदि। 
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मासिक दुर्गाष्टमी पूजन विधि

- प्रातः जल्दी उठकर घर और पूजा स्थान की साफ-सफाई करें और स्वयं भी स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- अब पूजा स्थान पर पूजा करनी हो तो वहां पर गंगाजल का छिड़काव करें, या फिर एक साफ लकड़ी की चौकी पर लाल आसन बिछाकर उसपर मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें।
- इसके बाद माता रानी को लाल चुनरी चढ़ाएं और श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
- अब मां दुर्गा के समक्ष धूप दीप प्रज्वलित करें।
- कुमकुम, अक्षत से तिलक करें और मौली, लाल पुष्प लौंग कपूर आदि से विधि पूर्वक पूजन करें।
- पान के ऊपर सुपारी और इलायची रखकर चौकी पर मां दुर्गा के समक्ष रखें।
- अब मां दुर्गा को फल व मिष्ठान अर्पित करें।
- पूजन के दौरान मां दुर्गा का स्मरण करते रहें और दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
- पूजन पूर्ण होने के बाद मां दुर्गा की आरती करें और पूजन में हुई भूल के लिए क्षमा मांगे। 

हवन के बिना अधूरी है पूजा 
मान्यता है कि मासिक दुर्गाअष्टमी के दिन हवन के बिना पूजा का फल नहीं मिलता है। इसलिए इस दिन हवन जरूर करें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आहुति की सामग्री हवन कुंड से बाहर इधर-उधर नहीं गिरनी चाहिए। 

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा का महत्व
धार्मिक मान्यता है कि प्रत्येक दुर्गाष्टमी के दिन मां जगदंबे की उपासना करने से आपके जीवन की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। साथ ही देवी दुर्गा अपने भक्तों की हर मुसीबत से रक्षा करती हैं।

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