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Kalashtami 2024: बहुत ही शुभ योग में मनाई जाएगी कालाष्टमी, होगी अक्षय फल की प्राप्ति

jeevanjali Published by: कोमल Updated Mon, 29 Apr 2024 06:16 PM IST
सार

Kalashtami 2024: सनातन पंचांग के अनुसार कालाष्टमी 1 मई को पड़ रही है. यह त्यौहार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा की जाती है। 

कालाष्टमी 2024
कालाष्टमी 2024- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Kalashtami 2024: सनातन पंचांग के अनुसार कालाष्टमी 1 मई को पड़ रही है. यह त्यौहार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को किसी विशेष कार्य में सफलता मिलती है। कालाष्टमी की तिथि पर तांत्रिक रात्रि के समय कठिन साधना करके आराध्य काल भैरव देव को प्रसन्न करते हैं। इनकी कृपा से साधक को एक विशेष प्रकार की विद्या में दक्षता प्राप्त होती है। ज्योतिषियों के मुताबिक वैशाख कालाष्टमी पर शुभ योग बनने जा रहा है। कई अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं. इन योगों में काल भैरव देव की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
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शुभ समय

ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी 01 मई को सुबह 05:45 मिनट पर शुरू होगी और 02 मई को सुबह 04:01 मिनट पर समाप्त होगी। साधक 1 मई को कालाष्टमी का व्रत रख सकते हैं.

योग 

कालाष्टमी पर शुभ और मंगलकारी योग बन रहा है। इस योग का निर्माण शाम 08 बजकर 02 मिनट तक है. इसके बाद शुक्ल योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र शुभ एवं शुक्ल योग को सर्वोत्तम मानता है। इन योगों में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को कई गुना फल मिलेगा।
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शिववास

ज्योतिष गणना के अनुसार 01 मई यानि कालाष्टमी तिथि पर शिववास का योग बन रहा है। इस दिन भगवान शिव जगत जननी आदिशक्ति माता पार्वती के साथ रहेंगे। इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

इस विधि से करें कालभैरव की पूजा

कालाष्टमी के दिन सबसे पहले सुबह उठकर  स्नान करना चाहिए।
और फिर मंदिर की सफाई करें
भगवान काल भैरव की मूर्ति को लाल रंग के कपड़े पर स्थापित करें।
धूप, दीप, पान, फूल, मिठाई आदि चढ़ाकर काल भैरव की पूजा करें।
 सरसों का तेल  काल भैरव को चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
कालाष्टमी पर काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए काले कुत्ते को भोजन  जरूर कराएं। ऐसा करने से काल भैरव की कृपा आप पर सदैव बनी रहती है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, कालाष्टमी व्रत करने से शत्रु बाधा, ग्रह दोष और जीवन की अन्य परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसलिए किसी भी प्रकार की बुरी शक्तियों से छुटकारा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन काल भैरव की पूजा अवश्य करनी चाहिए।
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