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Chaturmas 2024: कब से शुरु हो रहा है चतुर्मास, जानिए तिथि और महत्व

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Thu, 16 May 2024 07:08 AM IST
सार

Chaturmas 2024:  देवशयनी एकादशी हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस साल देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को है. यह त्यौहार संसार के रचयिता भगवान विष्णु को समर्पित है।

चातुर्मास
चातुर्मास- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Chaturmas 2024:  देवशयनी एकादशी हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस साल देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को है. यह त्यौहार संसार के रचयिता भगवान विष्णु को समर्पित है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि देवशयनी एकादशी की तिथि पर जगत के रचयिता भगवान विष्णु क्षीरसागर में विश्राम करने या शयन करने चले जाते हैं। अत: देवशयनी एकादशी तिथि से चातुर्मास प्रारंभ होता है। चातुर्मास में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। सरल शब्दों में कहें तो चातुर्मास के दौरान विवाह, सगाई, तिलक, विदाई, उपनयन, गृह प्रवेश, वाहन खरीदारी समेत सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं। आइए जानते हैं चातुर्मास की तिथि और शुभ मुहूर्त-
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चातुर्मास कब प्रारंभ हो रहा है?

सनातन ग्रंथों में वर्णित है कि जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को क्षीर सागर में विश्राम करने चले जाते हैं और कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी तिथि को जागते हैं। इसलिए कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। चातुर्मास के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस वर्ष चातुर्मास 17 जुलाई से 12 नवंबर तक है।



शुभ मुहूर्त

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ज्योतिषियों के मुताबिक, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 16 जुलाई को रात 08:33 मिनट पर  शुरू होगी और 17 जुलाई को रात 09:02 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को है। वहीं कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 नवंबर को शाम 06:46 मिनट  से शुरू होगी और 12 नवंबर को शाम 04:04 मिनट पर समाप्त होगी. इसलिए देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को है। 13 नवंबर से शादी-सगाई समेत सभी शुभ कार्य किए जाएंगे।

देवशयनी और देवउठनी एकादशी तिथि

ज्योतिषियों के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 16 जुलाई को रात 8.33 मिनट पर  शुरू होगी और 17 जुलाई को रात 9.02 मिनट पर  समाप्त होगी। इसलिए देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को है. वहीं कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 नवंबर को शाम 6.46 बजे शुरू होगी और 12 नवंबर को शाम 4.04 मिनट पर समाप्त होगी. इसलिए देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को है. 13 नवंबर से शादी-सगाई समेत सभी शुभ कार्य किए जा सकेंगे।

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