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Vaishakh Amavasya 2024 Date: कब है वैशाख अमावस्या, जानें तिथि, मुहूर्त, व्रत विधि और महत्व

jeevanjali Published by: निधि Updated Fri, 03 May 2024 03:53 PM IST
सार

Vaishakh Amavasya 2024 Date: इस साल वैशाख अमावस्या 8 मई दिन बुधवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, वैशाख अमावस्या को धर्म-कर्म, स्नान-दान और पितरों के तर्पण के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।

Vaishakh Amavasya 2024 Date:
Vaishakh Amavasya 2024 Date:- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Vaishakh Amavasya 2024 Date: इस साल वैशाख अमावस्या 8 मई दिन बुधवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, वैशाख अमावस्या को धर्म-कर्म, स्नान-दान और पितरों के तर्पण के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। प्रत्येक माह में अमावस्या तिथि कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि होती है। शास्त्रों में वैशाख अमावस्या को पितरों को मोक्ष दिलाने तिथि कहा गया है। आइए जानते हैं वैशाख अमावस्या कब है, इसकी व्रत विधि और महत्व क्या है।
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वैशाख अमावस्या तिथि ( Kab Hai Vaishakh Amavasya)
पंचांग के अनुसार इस साल वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 7 मई को सुबह 11 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी और यह तिथि 8 मई को सुबह 8 बजकर 52 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। उदया तिथि को आधार मानते हुए इस वर्ष वैशाख अमावस्या 8 मई 2024 को मनाई जाएगी।

स्नान-दान का समय (Vaishakh Amavasya Ka Subh Muhurat)
वैशाख अमावस्या के दिन स्नान और दान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही रोग उत्पन्न करने वाले दोष भी दूर होने लगते हैं। इस बार वैशाख अमावस्या पर कई शुभ मुहूर्त हैं। हालांकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उपयुक्त माना जाता है। यह शुभ ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 4 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। फिर लाभ-प्रगति मुहूर्त सुबह 5 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा, जो सुबह 7 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। बाद में अमृत-सर्वत्तम शुभ समय शुरू होगा, जो सुबह 7:14 बजे से 8:55 बजे तक रहेगा।
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वैशाख अमावस्या का महत्व (Vaishakh Amavasya Ka Mahatav)
इस दिन का महत्व शास्त्रों में बहुत अधिक है। इस दिन कई शुभ अनुष्ठान किये जाते हैं। अमावस्या तिथि पर कई लोग अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध करते हैं। इस दिन पितृ तर्पण, नदी स्नान और दान आदि करना अधिक फलदायी माना जाता है। इतना ही नहीं यह तिथि पितृ दोष से मुक्ति दिलाने में भी सहायक मानी जाती है। इसलिए यह तिथि पितृ संस्कार के लिए बहुत शुभ मानी जाती है।

वैशाख अमावस्या की पूजा विधि (Vaishakh Amavasya Puja Vidhi)
- अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठें।
- इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में किसी पवित्र नदी में स्नान करें।
- सूर्योदय के समय भगवान सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
- इस दिन अपने पितरों को विधि-विधान से तर्पण दें।
- पितरों की आत्मा की शांति के लिए व्रत रखें।
- जरूरतमंदों को दान दें।
-ब्राह्मणों को भोजन कराएं।

वैशाख अमावस्या के दिन करें ये उपाय ((Vaishakh Amavasya Upay)
अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ और व्रत करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान दें। अमावस्या के दिन सुबह पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए और शाम को दीपक जलाना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को कपड़े और भोजन का दान करना चाहिए।

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