विज्ञापन
Home  dharm  vrat  may ravi pradosh vrat 2024 chant these shiv mantra on pradosh vrat

May Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत के दिन करें इन मंत्रों का जाप, पूरी होगी हर मनोकामना

jeevanjali Published by: निधि Updated Fri, 03 May 2024 05:57 PM IST
सार

May Ravi Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। ये व्रत हर माह में त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव शंकर की पूजा अर्चना की जाती है।

May Pradosh Vrat 2024:May Pradosh Vrat 2024:
May Pradosh Vrat 2024:May Pradosh Vrat 2024:- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

May Ravi Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। ये व्रत हर माह में त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव शंकर की पूजा अर्चना की जाती है। मान्यता है कि त्रयोदशी के दिन व्रत रखकर पूजा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। साथ ही दांपत्य जीवन में भी प्यार बना रहता है। इस दिन लोग पूरी आस्था और भक्ति के साथ भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। दिनभर व्रत रखकर शाम को प्रदोष काल में शिव जी की पूजा करते हैं। मान्यता है कि जो भक्त प्रदोष व्रत रखते हैं उन्हें भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से जातक को विशेष लाभ मिलता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। साथ ही इस दिन कुछ मंत्रों के जाप से शुभ फल मिलता है। ये रहे शिव जी के चमत्कारी मंत्र... 
विज्ञापन
विज्ञापन



प्रदोष व्रत तिथि 
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 05 मई को शाम 05 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर 06 मई को दोपहर 02 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में वैशाख माह का पहला प्रदोष व्रत 05 मई, रविवार के दिन किया जाएगा।
विज्ञापन


प्रदोष व्रत के दिन करें इन मंत्रों का जाप

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि 
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्! 

यह शिव गायत्री मंत्र है. यह मंत्र सर्वशक्तिमान माना जाता है। बुध प्रदोष व्रत के दिन इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को जीवन में सुख और शांति मिलती है।

ॐ नमः शिवाय 
इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति का तन और मन शांत रहता है और महादेव भी उस पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।

ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः 
इस मंत्र को रुद्र मंत्र कहा जाता है। प्रदोष व्रत के दिन इसका जाप करना बेहद शुभ होता है। मान्यता है कि ये मंत्र भक्तों की सभी मनोकामनाएं शिव जी तक पहुंचाता है।

यह भी पढ़ें- 
Shri Hari Stotram:जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं, जरूर करें श्री हरि स्तोत्र का पाठ
Parikrama Benefit: क्या है परिक्रमा करने का लाभ और सही तरीका जानिए
Kala Dhaga: जानें क्यों पैरों में पहनते हैं काला धागा, क्या है इसका भाग्य से कनेक्शन?
विज्ञापन