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Vaishakh Amavasya 2024 Date: कब है वैशाख अमावस्या? जानें तिथि, मुहूर्त, व्रत विधि और महत्व

jeevanjali Published by: निधि Updated Fri, 26 Apr 2024 03:25 PM IST
सार

Vaishakh Amavasya 2024 Date: वैशाख अमावस्या 8 मई बुधवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, वैशाख अमावस्या को धर्म-कर्म, स्नान-दान और पितरों के तर्पण के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।

Vaishakh Amavasya 2024 Date
Vaishakh Amavasya 2024 Date- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Vaishakh Amavasya 2024 Date: वैशाख अमावस्या 8 मई बुधवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, वैशाख अमावस्या को धर्म-कर्म, स्नान-दान और पितरों के तर्पण के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के ज्योतिषीय उपाय किए जाते हैं। प्रत्येक माह में अमावस्या तिथि कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि होती है। शास्त्रों में वैशाख अमावस्या को पितरों को मोक्ष दिलाने तिथि कहा गया है। आइए जानते हैं वैशाख अमावस्या कब है, इसकी व्रत विधि और महत्व क्या है।

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कब है वैशाख अमावस्या 2024 ?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 07 मई 2024 दिन मंगलवार को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर शुरू होगी. वहीं इसका समापन अगले दिन बुधवार 8 मई को सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर होगा. पूर्वाह्न। उदयातिथि को ध्यान में रखते हुए वैशाख अमावस्या 8 मई, बुधवार को होगी और दर्श अमावस्या 7 मई को है।

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वैशाख अमावस्या, 2024 स्नान-दान का समय

वैशाख अमावस्या पर स्नान और दान का बड़ा महत्व है। इस दिन दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही पापों का नाश होता है। ऐसा कहा जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त का स्नान सबसे उत्तम होता है। ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04 बजकर 10 मिनट से 04 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। इसके बाद लाभ-उन्नति मुहूर्त प्रातः 05 बजकर 35 मिनट से 07 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। फिर अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त प्रातः 07 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।

अमावस्या की पूजा विधि
अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठें।
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में किसी पवित्र नदी में स्नान करें।
सूर्योदय के समय भगवान सूर्यदेव को जल का अर्घ्य दें।
इस दिन कर्मकांड के साथ अपने पितरों का तर्पण करें।
पितरों की आत्मा की शांति के लिए व्रत रखें।
जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा दें।
ब्राह्मणों को भोजन कराएं। 

वैशाख अमावस्या का महत्व

इस दिन का महत्व शास्त्रों में बहुत अधिक है। इस दिन कई शुभ अनुष्ठान किये जाते हैं। अमावस्या तिथि पर कई लोग अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध करते हैं। इस दिन पितृ तर्पण, नदी स्नान और दान आदि करना अधिक फलदायी माना जाता है। इतना ही नहीं यह तिथि पितृ दोष से मुक्ति दिलाने में भी सहायक मानी जाती है। इसलिए यह तिथि पितृ संस्कार के लिए बहुत शुभ मानी जाती है।

वैशाख अमावस्या के दिन करें ये उपाय

पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण एवं उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें। अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए और संध्या के समय दीपक जलाना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को वस्त्र और अन्न का दान करना चाहिए।

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