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Surya Dev Puja: सुख और समृद्धि के लिए इस विधि से करें सूर्यदेव की पूजा

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Sat, 18 May 2024 06:07 AM IST
सार

Surya Dev Puja: सूर्यदेव, जिन्हें भगवान सूर्य, आदित्य, सविता, मित्र और विवस्वान भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। वे देवताओं के राजा माने जाते हैं और उन्हें जीवन का आधार माना जाता है।

सूर्यदेव की पूजा
सूर्यदेव की पूजा- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Surya Dev Puja: सूर्यदेव, जिन्हें भगवान सूर्य, आदित्य, सविता, मित्र और विवस्वान भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। वे देवताओं के राजा माने जाते हैं और उन्हें जीवन का आधार माना जाता है। वेदों और पुराणों में सूर्यदेव के जन्म के बारे में कई कथाएं मिलती हैं। एक प्रचलित कथा के अनुसार, सूर्यदेव कश्यप ऋषि और अदिति के पुत्र हैं। एक अन्य कथा के अनुसार, भगवान विष्णु से उत्पन्न हुए थे। सूर्यदेव का जन्म होते ही उनके प्रकाश और तेज से सारा संसार जगमगा उठा था। सूर्यदेव का स्वरूप बेहद निराला है सूर्यदेव को सात घोड़ों द्वारा खींचे गए रथ पर सवार होकर पूर्व दिशा से उदय होते हुए चित्रित किया जाता है।उनके हाथों में अग्नि और चक्र होता है। वे लाल वस्त्र धारण करते हैं और तीन मुख होते हैं। सूर्य देव की आराधना करने बेहत ही शुभ और फलकारी बताया जाता है चलिए जानते हैं सूर्यदेव की पूजा विधि मंत्र और पूजा करने का सही समय और तरीखा 
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सूर्य पूजा विधि:

- पूजा से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- स्थान को स्वच्छ और पवित्र करें।
- सूर्यदेव की प्रतिमा स्थापित करें।
- दीप प्रज्वलित करें घी का दीपक जलाएं।
- लोटे में जल, अक्षत, कुमकुम और हल्दी मिलाकर अर्घ्य दें।
- सूर्यदेव के मंत्रों का जाप करें।
- सूर्यदेव के स्तोत्र का पाठ करें।
- फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।
- सूर्यदेव की आरती गाएं।

सूर्य पूजा करने का सबसे अच्छा समय

- सूर्योदय से पहले सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए यह समय सबसे शुभ माना जाता है।
- रविवार सूर्य देव का दिन माना जाता है, इसलिए रविवार को सूर्य पूजा करना विशेष रूप से फलदायी होता है ध्यान रहे की तांबे के लोटे में जल भरकर ही अर्घ्य दें।  
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सूर्य पूजा करते समय आप इन मन्त्रों का जाप करें:


1. गायत्री मन्त्र: ॐ सूर्याय नमः
यह मन्त्र सूर्यदेव का मूल मन्त्र माना जाता है। इसका जाप करने से स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख प्राप्त होता है।

2. सूर्य स्तोत्र:  देवो देवो भगवान आदित्य,विश्वमय नित्यमय परमेश्वर।
                     आकाशदीपो जगद्दीपो रवि सूर्यदेव नमः।। 

यह मन्त्र सूर्यदेव की महानता और उदारता का वर्णन करता है। इसका जाप करने से मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है।


सूर्य देव के नामों का करें जाप

सूर्य:  जो प्रकाश और ऊष्मा के देवता हैं।
विवस्वान:  जो सभी जीवों के लिए जीवन का आधार हैं।
सविता:  जो प्रजापति हैं और सभी प्राणियों की रक्षा करते हैं।
मित्र:  जो सभी के मित्र हैं और सबको खुशी देते हैं।
भास्कर:  जो प्रकाश के देवता हैं और अंधकार को दूर करते हैं।
खर:  जो किरणों के देवता हैं और अपनी किरणों से सभी को ऊर्जा देते हैं।
अर्क:  जो आकाश में चमकने वाला तारा हैं।
दिवाकर:  जो दिन के देवता हैं।
बभ्रु:  जो लाल रंग के हैं और अपनी किरणों से पृथ्वी को रंगते हैं।
विश्वकर्मा:  जो ब्रह्मांड के निर्माता हैं।
आदित्य:  जो अदिति के पुत्र हैं।
देवदेव:  जो देवताओं के देवता हैं।

रविवार के दिन करें ये उपाय 


- रविवार के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें।
- तांबे, गेहूं, गुड़ और लाल वस्त्र का दान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- रविवार का व्रत रखने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं। व्रत के दौरान नमक, मसाले और तला हुआ भोजन न खाएं।
- रविवार के दिन सूर्य की ओर मुख करके बैठकर ध्यान करें।
- सूर्यदेव के नाम का जाप करते हुए 108 बार माला फेरें।

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