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Pooja Deepak Bati Niyam: किस देवी-देवता के लिए कितनी बाती का दीपक लगाएं, जानिए क्या है धार्मिक मान्यता?

jeevanjali Published by: निधि Updated Thu, 02 May 2024 06:17 PM IST
सार

Puja Niyam: सनातन धर्म में हर शुभ कार्य, चाहे वह पूजा-पाठ हो, सांस्कृतिक उत्सव हो या कोई त्योहार, सभी की शुरुआत दीपक जलाने से होती है।

एक मुखी दीपक के फायदे
एक मुखी दीपक के फायदे- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Puja Niyam: सनातन धर्म में हर शुभ कार्य, चाहे वह पूजा-पाठ हो, सांस्कृतिक उत्सव हो या कोई त्योहार, सभी की शुरुआत दीपक जलाने से होती है। ऐसा माना जाता है कि अग्निदेव को साक्षी मानकर किया गया कार्य अवश्य सफल होता है। दीपक में स्थापित रोशनी से देवी-देवताओं का संबंध होता है। आइए जानते हैं किस देवता के लिए दीपक में कितनी बातियां डालनी चाहिए।

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एक मुखी दीपक के फायदे
इस दीपक का उपयोग अपने इष्ट देवता की पूजा के लिए किया जाता है। इसमें एक लाइट का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें गाय का घी या तिल का तेल प्रयोग किया जाता है। इस दीपक का प्रयोग आरती में भी किया जाता है।

दो मुखी दीपक के फायदे
मां दुर्गा की पूजा करते समय या शिक्षा में सफलता के लिए मां सरस्वती के सामने दो बत्ती वाला दीपक जलाना चाहिए। 

तीन मुखी दीपक के फायदे
विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा में तीन बत्ती वाले दीपक का प्रयोग करना चाहिए, इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।

चौमुखी दीपक के फायदे
भैरव देवता को प्रसन्न करने के लिए चार बत्ती वाला दीपक जलाना चाहिए,ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।  

पंचमुखी दीपक के फायदे
शिव पुत्र भगवान कार्तिकेय की पूजा के लिए पांच बत्ती वाले दीपक का उपयोग किया जाता है, इससे कोर्ट केस आदि में विजय मिलती है शत्रु पराजित होते हैं। 

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सात मुखी दीपक के फायदे
धन, संपदा और वैभव की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के सात बत्तियों वाले दीपक का उपयोग करना चाहिए। मान्यता है कि माता लक्ष्मी की पूजा में सात मुखी दीपक जलाने से घर में अन्न-धन की कमी नहीं होती।  

आठ मुखी या बारह मुखी दीपक के फायदे
देवों के देव महोदव को प्रसन्न करने के लिए 8 बत्ती या 12 बत्ती वाले दीपक का उपयोग काना बहुत लाभकारी होता है।

सोलह मुखी दीपक के फायदे
जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा में 16 मुखी यानी 16 बत्तियों वाला दीपक जलाया जाता है,ऐसा करने से श्री हरि शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। 

घी का दीपक के फायदे
सुख-समृद्धि के लिए गाय के घी का दीपक जलाया जाता है। इस दीपक को आप प्रत्येक दिन जला सकते हैं। किसी भी देवी देवता की पूजा में घी का दीपक प्रज्वलित किया जा सकता है। 
 
तिल के तेल का दीपक के फायदे
धार्मिक मान्यता के अनुसार शनि देव की पूजा में इस दीपक को जलाया जाता है। यद्धपि  आप तिल के तेल का उपयोग अन्य देवी देवाताओं की पूजा में भी कर सकते हैं।

सरसों के तेल का दीपक के फायदे
सूर्य देव,शनिदेव,मां काली और काल भैरव की पूजा में इस दीपक का उपयोग किया जाता है।  

चमेली के तेल का दीपक के फायदे
 श्रीराम भक्त  हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए चमेली के तेल वाला दीपक जलाया जाता है।

विषम संख्या में दीपक के फायदे
दीपक जलाने के बारे में कहा जाता है कि सम संख्या में जलाने से ऊर्जा का संवहन निष्क्रिय हो जाता है,जब कि विषम संख्या में दीपक जलाने पर वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है। यही वजह है कि धार्मिक कार्यों में हमेशा विषम संख्या में दीपक जलाए जाते हैं।

देवी-देवता के सामने जलाना चाहिए कौनसा दीया?

– महादेव की मूर्ति या तस्वीर के सामने चंदन के तेल का दीपक जलाया जाता है.
– मां दुर्गा की पूजा करते समय तिल के तेल का दीपक जलाना सर्वोत्तम माना जाता है.
अगर बात माता लक्ष्मी की करें तो उनके सामने हमेशा शुद्ध गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए। घी और अग्नि के मेल से सकारात्मक आध्यात्मिक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
- शास्त्रों में कहा गया है कि शुद्ध गाय के घी से जलाया गया दीपक धन और शक्ति के देवता कुबेर की आभा को आकर्षित करता है। यदि देसी घी उपलब्ध नहीं है तो धन लाभ के लिए घर में तिल के तेल का दीपक भी जला सकते हैं।
– सरसों के तेल का दीपक मुख्य रूप से हनुमान जी और शनिदेव के सामने जलाया जाता है. ऐसा करने से साढ़े साती, शनि दोष या ढैय्या से राहत मिलती है।
- जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु की स्थिति कमजोर है। इन दोनों ग्रहों की पीड़ा से राहत पाने के लिए इन्हें सुबह-शाम घर के मंदिर में अलसी के तेल का दीपक जलाना चाहिए।

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