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Mahabharat story: कुंती ने क्यों मांगा भगवान कृष्ण से दुख और विपत्ति, जानिए वजह
जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Fri, 17 May 2024 05:06 AM IST
सार
Mahabharat story: कुंती महाभारत की एक प्रमुख पात्र थी। कुंती पांडवों की माता और भगवान श्रीकृष्ण की मौसी थीं। आपको बता दें कि कुंती यदुवंशी राजा शूरसेन की बेटी, वसुदेव और सुतसुभा की बड़ी बहन और भगवान श्री कृष्ण की चाची थी।
भगवान कृष्ण- फोटो : jeevanjali
विस्तार
Mahabharat story: कुंती महाभारत की एक प्रमुख पात्र थी। कुंती पांडवों की माता और भगवान श्रीकृष्ण की मौसी थीं। आपको बता दें कि कुंती यदुवंशी राजा शूरसेन की बेटी, वसुदेव और सुतसुभा की बड़ी बहन और भगवान श्री कृष्ण की चाची थी। नागवंशी महाराज कुन्तिभोज ने शूरसेन से कुन्ती को गोद लिया था। कुंती का पूर्व नाम पृथा था। बाद में महाराज कुन्तिभोज ने उनका नाम कुन्ती रखा। कुंती हस्तिनापुर के राजा महाराज पांडु की पहली पत्नी थीं। आपको बता दें कि जब किसी व्यक्ति को भगवान से वरदान मांगने का मौका मिलता है तो लोग अपने लिए अच्छे-अच्छे वरदान ही मांगते हैं, लेकिन जब कुंती को भगवान से वरदान मांगने का मौका मिला तो उन्होंने भगवान से वरदान मांगने का मौका मांग लिया। भगवान श्रीकृष्ण से दु:ख एवं विपत्ति का वर्णन | आइए हम आपको बताते हैं कि कुंती ने भगवान श्रीकृष्ण से दुख क्यों मांगा।
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कुंती ने क्यों मांगा भगवान कृष्ण से दुख और विपत्ति
महाभारत के प्रसंग के अनुसार महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद युधिष्ठिर राजा बने। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने निर्णय लिया कि अब उन्हें द्वारका लौट जाना चाहिए। श्रीकृष्ण सभी से विदा लेने लगे। अंत में वे पांडवों की माता, जो श्रीकृष्ण की मौसी थीं, से विदा लेने गये। तब उन्होंने कुंती से कहा कि तुमने आज तक मुझसे अपने लिए कुछ नहीं मांगा, मैं तुम्हें कुछ देना चाहता हूं इसलिए तुम्हारे मन में जो भी हो मांग लो। इस पर कुंती कहती है कि यदि आप मुझे कुछ देना ही चाहते हैं तो कष्ट दीजिए।