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Gangajal Upay: घर में गंगाजल रखते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Thu, 16 May 2024 06:07 PM IST
सार

Gangajal Upay:  धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा नदी स्वर्ग में बहती थी। इसे मनुष्यों के उद्धार के लिए पृथ्वी पर लाया गया था। भारतीय परंपरा में गंगा नदी को बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसा माना जाता है

गंगाजल
गंगाजल- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Gangajal Upay:  धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा नदी स्वर्ग में बहती थी। इसे मनुष्यों के उद्धार के लिए पृथ्वी पर लाया गया था। भारतीय परंपरा में गंगा नदी को बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गंगा में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। यही कारण है कि तीज-त्योहारों पर बड़ी संख्या में लोग स्नान, दान आदि के लिए गंगा तट पर पहुंचते हैं। कुछ लोग घर में गंगा जल रखते हैं। घर में गंगा जल रखने के कुछ नियम हैं जिससे इसकी पवित्रता बनी रहती है।
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घर में गंगाजल रखने के नियम


गंगाजल रखते समय बर्तन का रखें  ध्यान 
गंगाजल लाते समय उसके पात्र का ध्यान रखें। गंगाजल को प्लास्टिक की बोतलों या डिब्बे में नहीं रखना चाहिए। गंगा जल को पवित्र धातु जैसे चांदी, तांबा, पीतल या मिट्टी से बने बर्तन में रखना चाहिए। जल का पात्र उसकी शुद्धता के अनुरूप होना चाहिए।

गंगाजल रखते समय जगह का रखें खास ध्यान 
मान्यता के अनुसार गंगा जल रखने के लिए ऐसी जगह का चयन करना चाहिए जहां अंधेरा हो। ऐसा माना जाता है कि गंगा जल को अंधेरी और साफ जगह पर रखना शुभ होता है। गंगा जल को खुले स्थान पर नहीं रखना चाहिए जहां सूर्य की रोशनी पड़ती हो। इसे घर की रसोई या बाथरूम के पास नहीं रखना चाहिए। इससे मां गंगा नाराज हो सकती हैं.
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भूलकर भी ऐसी जगह ना रखें गंगाजल
गंगाजल के आसपास साफ-सफाई रखी जाए। इसे पूजा स्थल के पास रखना सर्वोत्तम होता है। लेकिन इसके आसपास हमेशा सफाई करते रहना चाहिए। गंदे स्थानों पर गंगा जल रखने से बचना चाहिए।

तामसिक भोजन का करें परहेज
जिस कमरे में गंगाजल रखा हो वहां तामसिक भोजन करना अच्छा नहीं माना जाता है। बेहतर होगा कि गंगा की पवित्रता का सम्मान करते हुए घर में मांस-मदिरा का सेवन न करें। लेकिन कम से कम गंगा जल वाले कमरे में तामसिक पदार्थ न रखें और न ही उनका सेवन करें।

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