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Vastu Tips For House Temple: जानिए कैसा होना चाहिए आपका पूजा घर, क्या कहते हैं वास्तु के नियम

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: निधि Updated Sun, 19 May 2024 03:16 PM IST
सार

Vastu Tips For House Temple: उत्तर-पूर्व कोने में बनाया गया पूजा कक्ष सबसे शुभ होता है क्योंकि इस दिशा का स्वामी बृहस्पति है।

Vastu Tips For House Temple
Vastu Tips For House Temple- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Vastu Tips For House Temple: घर में पूजा को विशेष स्थान दिया जाता है। जब भी पूजा घर बनाने की बात होती है तो सभी का ध्यान उत्तर-पूर्व दिशा की ओर जाता है। जिसे हम ईशान कोण कहते हैं। आइए जानते हैं कि मंदिर उत्तर-पूर्व दिशा में क्यों बनाया जाता है। घर में पूजा की तैयारी करते समय किन बातों का विशेष ध्यान दिया जाता है? 
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ईशान कोण में हो पूजा घर

Vastu Tips For House Temple: उत्तर-पूर्व कोने में बनाया गया पूजा कक्ष सबसे शुभ होता है क्योंकि इस दिशा का स्वामी बृहस्पति है। इनकी तात्विक प्रकृति के अनुसार आध्यात्मिक ऊर्जा का संचरण सर्वाधिक होता है। परिणामस्वरूप इस दिशा में बैठकर पूजा करने से ईश्वर के प्रति पूर्ण ध्यान और समर्पण प्राप्त होता है।

इस खिड़की से बढ़ जाती है शुभता

उत्तर-पूर्व कोने में बने पूजा घर की शुभता तब बढ़ जाती है जब पूजा घर के पास इस दिशा में एक खिड़की बनाई जाती है। दरअसल, उत्तर-पूर्व कोने की खिड़की शुभ और चुंबकीय विकिरणों के रूप में देवताओं का प्रवेश द्वार है।
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मूर्ति को इस दिशा में रखें

पूजा घर में भगवान की मूर्ति स्थापित करते समय हमेशा दिशा का ध्यान रखें। देवी-देवताओं की मूर्तियों की पीठ हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में रखें, ताकि जब आप पूजा करने बैठें तो आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रहे।

सीढ़ी के नीचे न हो मंदिर

पूजा घर बनवाते समय इस बात का पूरा ध्यान रखें कि वह कभी भी सीढ़ियों के नीचे न हो। साथ ही आपका पूजा कक्ष किसी शौचालय या स्नानघर के बगल में नहीं बनाना चाहिए।

दीवारों से सटाकर न रखें मूर्तियां

पूजा घर में देवी-देवताओं की मूर्तियां कभी भी दीवारों से सटाकर न रखें। मूर्तियों को हमेशा मंदिर की दीवार से 2 फीट की दूरी पर रखें। इसके अलावा दीवार से सटकर बैठकर पूजा न करें।

बीम के नीचे न हो पूजाघर

ध्यान रहे कि कभी भी आपका पूजाघर बीम के नीचे न हो और आप खुद भी बीम के नीचे बैठकर पूजा न करें। बीम के नीचे बैठकर पूजा करने से एकाग्रता भंग हो जाती है तथा पूजा का शुभफल मिलने की बजाय रोग आदि की आशंका बढ़ जाती है।

क्यों जरूरी है गाय का गोबर

पूजा घर का फर्श बनाने से पहले सबसे पहले जमीन पर गाय के गोबर की एक परत लगाने का प्रयास करना चाहिए। ज्ञात हो कि गाय का गोबर सभी प्रकार के वास्तु दोषों को दूर कर सुख-समृद्धि लाता है।
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