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Ravi Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, नाराज हो जाएंगे भगवान शिव
jeevanjali Published by: निधि Updated Sat, 04 May 2024 05:19 PM IST
सार
Ravi Pradosh Vrat May 2024: वैसाख माह का पहला रवि प्रदोष व्रत कल यानी 05 मई 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा। इस दिन लोग पूरी आस्था और भक्ति के साथ भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।
Ravi Pradosh Vrat May 2024- फोटो : JEEVANJALI
विस्तार
Ravi Pradosh Vrat May 2024: वैसाख माह का पहला रवि प्रदोष व्रत कल यानी 05 मई 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा। इस दिन लोग पूरी आस्था और भक्ति के साथ भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत सबसे उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही भोलेनाथ की कृपा से परेशानियां दूर हो जाती हैं। प्रदोष व्रत के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा की जाती है, लेकिन इस व्रत के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इस दिन कुछ गलतियों के कारण व्रत का शुभ फल नहीं मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं प्रदोष व्रत के दौरान कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए...
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शिवलिंग की परिक्रमा के नियम
रवि प्रदोष व्रत के दिन घर पर या मंदिर में भगवान शिव की पूजा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी भगवान शिव के मंदिर में स्थित शिवलिंग की परिक्रमा पूरी न करें। परिक्रमा के दौरान उस स्थान पर रुकें जहां से दूध बह रहा हो और पीछे मुड़ जाएं।
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शिवलिंग पर न चढ़ाएं रोली और सिंदूर
भगवान शिव की पूजा में चंदन के तिलक का प्रयोग सर्वोत्तम माना जाता है। लेकिन भूलकर भी शिवलिंग पर रोली और सिन्दूर का तिलक न लगाएं, क्योंकि ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है।
जलाभिषेक नियम
प्रदोष व्रत के दिन पूजा के दौरान शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई अन्य चीज चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं। अंत में जल चढ़ाने के बाद ही जलाभिषेक पूर्ण माना जाता है।
शिव जी की पूजा में न करें ये गलतियां
दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए तांबे के लोटे का प्रयोग न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि तांबे के बर्तन में दूध डालने से दूध दूषित हो जाता है और चढ़ाने लायक नहीं रह जाता है.