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Mahashivratri 2024: शिव को बेहद प्रिय हैं ये 7 चीजें, महाशिवरात्रि से पहले कर लें तैयारी

jeevanjali Published by: निधि Updated Fri, 08 Mar 2024 02:14 PM IST
सार

Mahashivratri 2024: साल 2024 में भगवान शिव के भक्तों का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि 08 मार्च, शुक्रवार को है। इस अवसर पर सभी भक्तों के मन में भगवान शिव को प्रसन्न करने की चाहत रहती है।

महाशिवरात्री 2024
महाशिवरात्री 2024- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Mahashivratri 2024: साल 2024 में भगवान शिव के भक्तों का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि 08 मार्च, शुक्रवार को है। इस अवसर पर सभी भक्तों के मन में भगवान शिव को प्रसन्न करने की चाहत रहती है और इसके लिए वे हर संभव प्रयास भी करते हैं। अगर आप भी महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव को प्रसन्न कर शुभ लाभ का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो शिवरात्रि के अवसर पर इन 7 चीजों से भगवान शिव की पूजा करें।
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गंगाजल

गंगा भगवान विष्णु के चरणों से निकली और भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर अवतरित हुई, इसलिए गंगा सभी नदियों में सबसे पवित्र है। भगवान शिव का गंगा जल से अभिषेक करने से मानसिक शांति और प्रसन्नता मिलती है।

गन्ने का रस

गन्ने को जीवन में मिठास और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इसे बहुत पवित्र माना जाता है। प्रेम के देवता कामदेव का धनुष गन्ने से बना है। देवप्रबोधनी एकादशी के दिन गन्ने का घर बनाकर भगवान विष्णु की देवी तुलसी की पूजा की जाती है। छठ पर्व के दौरान भी छठी मैया के लिए गन्ने का घर बनाया जाता है. मान्यता है कि गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करने से धन की प्राप्ति होती है।
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तीन पत्तों वाला बेलपत्र

भगवान शिव को तीन पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाएं जो टूटा-फूटा न हो। तीन पत्तियों वाले बेलपत्र को त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) का प्रतीक माना जाता है। महाशिवरात्रि पर बेलपत्र चढ़ाने से शिवलोक की प्राप्ति होती है। ऐसा पुराणों में बताया गया है।

धतूरे का फूल

धतूरे के फल की तरह धतूरे का फूल भी भगवान शिव को प्रिय है। इसका कारण यह है कि यह सफेद होता है और औषधीय कारणों से फायदेमंद होता है। मानसिक शांति के लिए शिवलिंग पर धतूरे का फूल चढ़ाएं।

चाँदी के नागिन के जोड़े

अगर ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण घर में सुख-शांति की कमी है और आर्थिक परेशानियां हैं तो महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव को नाग-नागिन के जोड़े समर्पित करें। इससे कालसर्प और नाग दोष समाप्त हो जाता है

भांग

भगवान शिव ने हलाहल विष का पान किया था। इस जहर के इलाज के लिए देवताओं ने कई तरह की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया, भांग भी उनमें से एक है। इसीलिए भगवान शिव को भांग अत्यंत प्रिय है। शिवरात्रि के अवसर पर भांग के पत्ते या भांग को पीसकर दूध या पानी में घोलकर भगवान शिव का अभिषेक करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।

धतूरा

भांग की तरह धतूरा भी एक जड़ी बूटी है। धतूरे का उपयोग भगवान शिव के सिर पर विष के प्रभाव को दूर करने के लिए भी किया जाता था, इसलिए धतूरा भगवान शिव को भी प्रिय है। महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाएं। इससे शत्रुओं का भय दूर होता है और आर्थिक मामलों में भी प्रगति होती है।
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