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Maa Skandmata: नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की इस विधि से करें पूजा,जानें पूजा मंत्र और पूजा विधि

jeevanjali Published by: कोमल Updated Fri, 12 Apr 2024 05:24 PM IST
सार

Maa Skandmata :  नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। देवी स्कंदमाता को भगवान कार्तिकेय की माता मानी जाती हैं। वे शक्ति, ज्ञान और बुद्धि की देवी हैं।  मां स्कंदमाता का स्वरूप अत्यंत सुंदर और दिव्य है।

नवरात्रि 2024
नवरात्रि 2024- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Maa Skandmata:  नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। देवी स्कंदमाता को भगवान कार्तिकेय की माता मानी जाती हैं। वे शक्ति, ज्ञान और बुद्धि की देवी हैं।  मां स्कंदमाता का स्वरूप अत्यंत सुंदर और दिव्य है। वे कमल के आसन पर विराजमान हैं, चार हाथों में कमल, कमलदल, शक्ति और बाल रूप स्कंद को धारण करती हैं। मां स्कंदमाता की पूजा से ज्ञान, बुद्धि, विवेक और भक्ति की प्राप्ति होती है। मां स्कंदमाता की पूजा से मन शांत होता है और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है। मां स्कंदमाता की पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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पूजा विधि

- सुबह स्नान करने के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
- पूजा के लिए हाथ में लाल पुष्प लेकर देवी स्कंदमाता का आह्वान करें।
- देवी को अक्षत, धूप, गंध, फूल, बताशा, पान, सुपारी, लौंग चढ़ाएं।
- माता की आरती कर, शंख बजाएं और मंत्रों का जाप करें।



मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता। 
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

भोग: केले ,खीर, नारियल, मिठाई आप लगा सकते हैं


मां स्कंदमाता भक्तों को शक्ति, ज्ञान और बुद्धि प्रदान करती हैं।वे विद्या और कला में सफलता प्रदान करती हैं। वे भक्तों के कष्टों को दूर करती हैं।
नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने से भक्तों को माता की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
बस पूजा करते समय सम्पूर्ण एकाग्रता बनाए रखें। माता के प्रति पूर्ण भक्तिभाव रखें। मन में कोई भी नकारात्मक विचार न रखें।

नवरात्रि के पांचवा दिन क्या उपाय करें 

- केले के वृक्ष को भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि के पांचवें दिन केले के वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
- नवरात्रि के पांचवें दिन पांच कन्याओं को भोजन कराने से मां स्कंदमाता की कृपा प्राप्त होती है।
- गाय को हरा चारा खिलाने से मां स्कंदमाता प्रसन्न होती हैं।
- ब्राह्मणों को भोजन कराने से मां स्कंदमाता की कृपा प्राप्त होती है।
- नवरात्रि के पांचवें दिन दान करने से पुण्य फल प्राप्त होता है।

मां स्कंदमाता की आप सभी को कृपा मिले आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं!
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