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Kalashtami Vrat 2024: कब है कालाष्टमी व्रत? रोग, दोष, भय से बचने के लिए ऐसे करें काल भैरव की पूजा

jeevanjali Published by: निधि Updated Fri, 26 Apr 2024 02:32 PM IST
सार

Kalashtami Date 2024:  हिंदी पंचांग के अनुसार कालाष्टमी हर माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है। कालाष्टमी के दिन व्रत रखा जाता है और काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है।

Kalashtami Date 2024: कालाष्टमी 2024
Kalashtami Date 2024: कालाष्टमी 2024- फोटो : JEEVANJALI

विस्तार

Kalashtami Date 2024:  हिंदी पंचांग के अनुसार कालाष्टमी हर माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है। कालाष्टमी के दिन व्रत रखा जाता है और काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है। काल भैरव को भगवान शिव का पांचवां अवतार माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन विधि-विधान से व्रत और पूजा करने से जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानियां दूर हो जाती हैं। इस दिन शिवालयों और मठों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान शिव के रूप में काल भैरव देव का आह्वान किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, भैरव शब्द का अर्थ भय को हरने वाला होता है। अर्थात जो भक्त कालभैरव की पूजा करता है, कालभैरव उसके सभी भय हर लेते हैं। ऐसा माना जाता है कि काल भैरव में ब्रह्मा, विष्णु और महेश की शक्तियां समाहित हैं। ऐसे में आइए आज जानते हैं वैशाख माह में कालाष्टमी कब है और इसकी पूजा विधि साथ ही शुभ मुहूर्त के बारे में...

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शुभ मुहूर्त

वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी 01 मई को सुबह 05:45 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 02 मई को सुबह 04:01 बजे समाप्त होगी। साधक 1 मई को किसी भी समय काल भैरव देव की पूजा कर सकते हैं. मनोवांछित फल पाने के लिए इसे प्रदोष काल में करना सर्वोत्तम रहेगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार कालाष्टमी व्रत 01 मई  कालाष्टमी को रखा जाएगा। 

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कालाष्टमी व्रत की पूजा विधि

- कालाष्टमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्म और स्नान आदि करने के बाद भगवान भैरव की पूजा- अर्चना करें।
-  इस दिन भगवान भोलेनाथ के साथ माता पार्वती और भगवान गणेश की भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
-  पूजा के दौरान घर के मंदिर में दीपक जलाएं, आरती करें और भगवान को भोग लगाएं। 
- एक बात का ध्यान जरूर रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का ही भोग लगाया जाता है।

कालाष्टमी व्रत का महत्व 

मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव की पूजा करने से सभी तरह के भय से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही भैरव भगवान की कृपा से शत्रुओं से छुटकारा भी मिल जाता है।
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