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Temple Vastu Tips: घर के मंदिर में कौन सी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए, जानिए

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Tue, 04 Jun 2024 05:28 PM IST
सार

Temple Vastu Tips: हिंदू धर्म को मानने वाले लोग अपने घर में अपने आराध्य देव की पूजा करने के लिए एक छोटा सा पूजा घर जरूर बनाते हैं। घर में यह स्थान सकारात्मक ऊर्जा का भंडार होता है। धार्मिक दृष्टि से पूजा-पाठ करना अच्छा माना जाता है

मंदिर
मंदिर- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Temple Vastu Tips: हिंदू धर्म को मानने वाले लोग अपने घर में अपने आराध्य देव की पूजा करने के लिए एक छोटा सा पूजा घर जरूर बनाते हैं। घर में यह स्थान सकारात्मक ऊर्जा का भंडार होता है। धार्मिक दृष्टि से पूजा-पाठ करना अच्छा माना जाता है, वास्तु में भी पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। वास्तु कहता है कि प्रतिदिन धूप-दीप जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और घर में सुख-शांति आती है, लेकिन कई बार ऐसा देखा जाता है कि प्रतिदिन पूजा-पाठ करने के बाद भी घर का माहौल नकारात्मकता से भरा हुआ लगने लगता है। अगर आपको भी ऐसा ही लगता है तो एक बार अपने मंदिर में रखी मूर्तियों को जरूर चेक कर लें कि कहीं आपने भी अपने मंदिर में ये मूर्तियां रखी हैं या नहीं।
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भूलकर भी अपने मंदिर में न रखें ये मूर्तियां

-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रुद्र मुद्रा वाली देवी-देवताओं की मूर्तियां कभी भी अपने घर में या घर के पूजा कक्ष में नहीं रखनी चाहिए। पूजाघर वह स्थान होता है जो हमारे घर में सकारात्मक पूजा का संचार करता है।

- इसके साथ ही हमें प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी कोई भी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इसके अलावा घर के मंदिर में प्लास्टिक या संगमरमर के पत्थर से बनी कोई मूर्ति नहीं रखनी चाहिए।
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- जब भी आप अपने घर के मंदिर में कोई मूर्ति रखें तो हमेशा कोशिश करें कि वह चांदी, पीतल, सोने या मिट्टी से बनी हो। इसके अलावा आप अपने घर के मंदिर में तस्वीर भी रख सकते हैं।

- घर में गणेश जी की सिर्फ एक ही मूर्ति होनी चाहिए। देवी लक्ष्मी को बाईं ओर और सरस्वती जी को लक्ष्मी जी के दाईं ओर रखना चाहिए। अपने पूजा कक्ष में गणेश जी की खड़ी या नाचती हुई मूर्ति कभी नहीं रखनी चाहिए।

- बहुत से लोग घर में शिवलिंग रखना पसंद करते हैं। लेकिन घर में शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। इसके साथ ही शिवजी की कोई ऐसी मुद्रा जिसमें उनका रौद्र रूप दिखाई दे, उसे भी घर में नहीं रखना चाहिए। अगर आप अपने मंदिर में शिवजी को रखना चाहते हैं तो शिव-परिवार की तस्वीर लगाना बेहतर होता है।

- अगर हम मां दुर्गा की बात करें तो हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम उनके किस रूप को अपने घर में रख रहे हैं। जैसे महिषासुर मर्दिनी का स्वरूप, राक्षसों का वध करने वाली चंडिका देवी का स्वरूप, ऐसी मूर्तियाँ या चित्र कभी भी घर के मंदिर में नहीं रखने चाहिए।

- घर में हमेशा माँ दुर्गा का सौम्य स्वरूप रखें। अगर आप माँ दुर्गा की तस्वीर रख रहे हैं, तो हमेशा ध्यान रखें कि उनके शेर का मुँह बंद होना चाहिए।

- घर में हमेशा माँ लक्ष्मी की बैठी हुई तस्वीर/मूर्ति रखें।

- घर के मंदिर में शनि, राहु, केतु या किसी भी ग्रह देवता की तस्वीर कभी नहीं रखनी चाहिए।

- वहीं अगर इस ब्रह्मांड को चलाने वाले त्रिदेव की बात करें, तो केवल विष्णु और शिव के स्वरूप ही स्थापित किए जा सकते हैं। घर के मंदिर में कभी भी ब्रह्मा जी की स्थापना नहीं करनी चाहिए।



मंदिर या पूजा कक्ष का रंग कैसा होना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर का रंग बहुत सौम्य और मन को शांति देने वाला होना चाहिए। इस क्षेत्र में सकारात्मकता बनी रहनी चाहिए। इसलिए, पूजा घर की दीवारों को हल्के पीले या गेरूए रंग से रंगना अच्छा होता है और फर्श के लिए हल्के पीले या सफेद रंग के पत्थर का चयन करें।

इस दिशा में बनवाएं मंदिर

वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर का निर्माण ईशान कोण (पूर्व और उत्तर के बीच की दिशा) में करवाना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन इस दिशा में मंदिर बनवाते समय एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि पूजा स्थल के नीचे पत्थर की पटिया न लगवाएं, वरना आप कर्ज के चंगुल में फंस सकते हैं।
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