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Jyeshta Month 2024: ज्येष्ठ महीने में मनाए जाएंगे ये प्रमुख व्रत और त्योहार, पढ़ें पूरी लिस्ट

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Wed, 15 May 2024 06:20 PM IST
सार

Jyeshta Month 2024 Vrat and Festival List:  हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ है। इस माह की शुरुआत वैशाख पूर्णिमा तिथि की समाप्ति से होती है। इस साल ज्येष्ठ महीना 24 मई 2024 से शुरू होगा और 23 जून 2024 को खत्म होगा।

ज्येष्ठ माह 2024 व्रत और त्योहार सूची:
ज्येष्ठ माह 2024 व्रत और त्योहार सूची:- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Jyeshta Month 2024 Vrat and Festival List:  हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ है। इस माह की शुरुआत वैशाख पूर्णिमा तिथि की समाप्ति से होती है। इस साल ज्येष्ठ महीना 24 मई 2024 से शुरू होगा और 23 जून 2024 को खत्म होगा। ज्येष्ठ महीने में कई प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। आइए जानते हैं ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की तिथियां। धार्मिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार महत्वपूर्ण हैं। इस माह में शनि जयंती, वट सावित्री व्रत, गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी व्रत करने से कई गुना लाभ मिलता है। ज्येष्ठ माह में हनुमान जी की प्रभु श्रीराम से मुलाकात हुई थी। अत: इस माह के मंगलवार का व्रत करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
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ज्येष्ठ माह 2024 के व्रत एवं त्यौहार


24 मई से ज्येष्ठ माह शुरू होगा और इस दिन नारद जयंती है।

26 मई को संकष्टी चतुर्थी है.

28 मई को ज्येष्ठ माह का पहला बड़ा मंगलवार है।

29 मई से पंचक प्रारंभ होगा।

अपरा एकादशी व्रत 2 जून को रखा जाएगा.

मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत 4 जून को है।

6 जून को ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत और शनि जयंती है।

9 जून को महाराणा प्रताप जयंती है.

10 जून को विनायक चतुर्थी है.

धूमावती जयंती 14 जून को है.

15 जून को मिथुन संक्रांति और महेश नवमी है।

16 जून को गंगा दशहरा है.

17 जून को गायत्री जयंती है।

निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को है।

ज्येष्ठ माह का दूसरा प्रदोष व्रत 19 जून को है।

22 जून 2024 को ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, वट पूर्णिमा व्रत और कबीर दास जयंती है।

ज्येष्ठ माह का महत्व 2024


धार्मिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों का अधिक महत्व है। इस माह में शनि जयंती, वट सावित्री व्रत, गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी व्रत करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। ज्येष्ठ माह में संकटमोचन हनुमान जी की मुलाकात भगवान श्रीराम से हुई थी। इसलिए इस महीने में पड़ने वाले मंगलवार का व्रत करने से इंसान की परेशानियां दूर हो जाती हैं।



 
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