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Devshayani Ekadashi 2024: कब है देवशयनी एकादशी, जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Thu, 06 Jun 2024 05:06 AM IST
सार

Devshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और अगले 4 महीने तक भगवान विष्णु योग निद्रा में ही रहते हैं। देवशयनी एकादशी का व्रत आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है।

एकादशी 2024
एकादशी 2024- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Devshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और अगले 4 महीने तक भगवान विष्णु योग निद्रा में ही रहते हैं। देवशयनी एकादशी का व्रत आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। जिस दिन भगवान विष्णु निद्रा में चले जाते हैं, उसी दिन से चातुर्मास शुरू हो जाता है। जब देवता सो जाते हैं, तब भगवान शिव संसार का पालन-पोषण करते हैं। आइए जानते हैं देवशयनी एकादशी कब है।
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देवशयनी एकादशी व्रत कब है

एकादशी तिथि 16 जुलाई को रात 8:34 बजे से शुरू होकर अगले दिन यानी 17 जुलाई को रात 9:03 मिनट  तक रहेगी। उदय तिथि में 17 जुलाई को एकादशी तिथि होने के कारण देवशयनी एकादशी व्रत इसी दिन रखा जाएगा। इसके साथ ही 17 जुलाई से चातुर्मास भी शुरू हो जाएगा, जो 12 नवंबर तक रहेगा।



पारण समय

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साधक 18 जुलाई को सुबह 05:35 मिनट  से 08:20 मिनट  के बीच व्रत का पारण कर सकते हैं। इस दौरान स्नान-ध्यान कर भगवान विष्णु की पूजा करें। इसके बाद ब्राह्मणों को दान देकर व्रत का पारण करें।

शुभ योग

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, देवशयनी एकादशी के दिन सुबह 07:05 मिनट तक शुभ योग बन रहा है। इसके बाद शुक्ल योग बन रहा है। शुक्ल योग 18 जुलाई को सुबह 06:13 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, देवशयनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है। ये दोनों योग सुबह 05:34 मिनट से बन रहे हैं और 18 जुलाई को ब्रह्म बेला में 03:13 मिनट  परसमाप्त होंगे।

देवशयनी एकादशी व्रत का महत्व

पद्म पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति देवशयनी एकादशी का व्रत रखता है, वह भगवान विष्णु को अधिक प्रिय होता है। साथ ही, इस व्रत को करने से व्यक्ति को शिवलोक में स्थान मिलता है। साथ ही, सभी देवता उसे नमस्कार करते हैं। इस दिन दान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन तिल, सोना, चांदी, गोपी चंदन, हल्दी आदि का दान करना चाहिए। ऐसा करना बहुत फलदायी माना जाता है। जो व्यक्ति एकादशी व्रत पारण के दिन यानी द्वादशी तिथि के दिन ब्राह्मणों और जरूरतमंद लोगों को दही चावल खिलाता है, उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। देवशयनी एकादशी के बारे में एक मान्यता यह भी है कि इस दिन सभी तीर्थ ब्रज धाम में आते हैं। इसलिए, इस दौरान ब्रज का दौरा करना शुभ और फलदायी माना जाता है।
 

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