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Bhagwan Shiv: भगवान शिव को क्यों चढ़ाया जाता है जल,दूध और भांग

जीवांजलि धार्मिक डेस्क Published by: कोमल Updated Sat, 25 May 2024 10:18 AM IST
सार

Bhagwan Shiv: भगवान शिव हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक हैं। वे त्रिदेवों में से एक हैं, जिनमें भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु शामिल हैं। भगवान शिव को विनाश और रचना का देवता माना जाता है

भगवान शिव
भगवान शिव- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Bhagwan Shiv: भगवान शिव हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक हैं। वे त्रिदेवों में से एक हैं, जिनमें भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु शामिल हैं। भगवान शिव को विनाश और रचना का देवता माना जाता है। भोलेनाथ की पूजा करना बेहद ही उत्तम और फलदाई होता है भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हम उन्हें कई चीजें चढ़ाते हैं जैसे पवित्र जल,दूध,बेलपत्र,धतूरा,भांग,फूल,फल आदि लेकिन आप ने कभी सोचा है की भोलेनाथ पर ये सब चीजें क्यों चढ़ाई जाती है चलिए आप आप को इस लेख में बताते हैं की भोलेनाथ को क्यों चढ़ाया जाता है जल, दूध और भांग 

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क्यों चढ़ाया जाता है शिव जी को जल

जल को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। भगवान शिव को पवित्रता और क्षमा का देवता माना जाता है, इसलिए उन्हें जल चढ़ाकर उनकी पवित्रता का सम्मान किया जाता है। जल जीवन का प्रतीक है। भगवान शिव को सृष्टि के देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें जल चढ़ाकर उनके जीवनदायी स्वरूप की पूजा की जाती है।भगवान शिव को गंगा नदी का अवतार माना जाता है। गंगा नदी को भारत की सबसे पवित्र नदी माना जाता है, इसलिए भगवान शिव को जल चढ़ाकर गंगा नदी के प्रति श्रद्धा व्यक्त की जाती है। जल को पापों को नाश करने वाला माना जाता है। भगवान शिव को पापों को क्षमा करने वाला देवता भी माना जाता है, इसलिए उन्हें जल चढ़ाकर अपने पापों के लिए क्षमा मांगी जाती है।भगवान शिव को जल चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होने की भी मान्यता है।

क्यों चढ़ाया जाता है शिव जी को दूध 

दूध को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। भगवान शिव को पवित्रता और क्षमा का देवता माना जाता है, इसलिए उन्हें दूध चढ़ाकर उनकी पवित्रता का सम्मान किया जाता है।दूध जीवन का प्रतीक है। भगवान शिव को सृष्टि के देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें दूध चढ़ाकर उनके जीवनदायी स्वरूप की पूजा की जाती है। समुद्र मंथन के समय निकले विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया था, जिसके कारण उनका शरीर नीला पड़ गया था। माना जाता है कि दूध भगवान शिव के शरीर से विष को बाहर निकालने में मदद करता है।भगवान शिव को दूध चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होने की भी मान्यता है।
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क्यों चढ़ाई जाती है शिव जी को भांग 

भगवान शिव को भांग को एक पवित्र भोग माना जाता है।भांग को आनंद और उल्लास का प्रतीक माना जाता है। भगवान शिव को आनंद के देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर उनके इस स्वरूप की पूजा की जाती है।भांग को ध्यान और समाधि में सहायक माना जाता है। भगवान शिव को ध्यान के देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर ध्यान में एकाग्रता प्राप्त करने की प्रार्थना की जाती है।भांग को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। भगवान शिव को मोक्ष के देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर मोक्ष प्राप्ति की कामना की जाती है।भांग को पापों का नाश करने वाला माना जाता है। भगवान शिव को पापों को क्षमा करने वाला देवता भी माना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर अपने पापों के लिए क्षमा मांगी जाती है। भांग को भगवान शिव द्वारा ग्रहण किए गए विष का प्रतीक माना जाता है। भगवान शिव को विषहारी के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर उनकी इस शक्ति का सम्मान किया जाता है। भांग को तृष्णा और इच्छाओं का प्रतीक माना जाता है। भगवान शिव को तृष्णा और इच्छाओं को त्यागने वाले देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर उनसे तृष्णा और इच्छाओं से मुक्ति प्राप्त करने की प्रार्थना की जाती है।भांग को भ्रम और माया का प्रतीक माना जाता है। भगवान शिव को संसार के भ्रम और माया से मुक्ति प्रदान करने वाले देवता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उन्हें भांग चढ़ाकर उनसे संसार के भ्रम और माया से मुक्ति प्राप्त करने की प्रार्थना की जाती है।
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