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Surya Gochar: 12 साल बाद वृष राशि में हुई सूर्य गुरु की युति ! इन 3 राशि के जातकों को रहना होगा सावधान।

jeevanjali Published by: कोमल Updated Wed, 01 May 2024 03:26 PM IST
सार

Surya Gochar:  वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं और सूर्य ग्रहों के राजा हैं। देवगुरु बृहस्पति ने 12 साल के बाद वृषभ राशि में प्रवेश किया है जो कि शुक्र की राशि है और भौतिक सुख सुविधाओं की वृद्धि को दर्शाती है।

सूर्य गुरु की युति
सूर्य गुरु की युति- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Surya Gochar:  वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं और सूर्य ग्रहों के राजा हैं। देवगुरु बृहस्पति ने 12 साल के बाद वृषभ राशि में प्रवेश किया है जो कि शुक्र की राशि है और भौतिक सुख सुविधाओं की वृद्धि को दर्शाती है। वहीं दूसरी ओर ग्रहों के राजा सूर्य 14 मई को वृषभ राशि में प्रवेश करने वाले है। ऐसे में ग्रहों के राजा और उनके गुरु बृहस्पति की वृषभ राशि में युति होगी। 12 साल बाद होने जा रही इस युति से सभी राशियों पर व्यापक प्रभाव होगा लेकिन तीन राशियां ऐसी हैं जिनको अत्यधिक सावधान रहने की ज़रूरत है। आईए जानते हैं कि वह तीन राशियां कौन सी है। 
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सूर्य गुरु की युति
सूर्य गुरु की युति- फोटो : jeevanjali

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तृतीय भाव के स्वामी होते हैं वहीं देवगुरु बृहस्पति सप्तम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और अब सूर्य और बृहस्पति आपके द्वादश भाव में विराजमान होने जा रहे हैं। मिथुन राशि के जातकों को 14 मई से 14 जून तक अपने खर्चों में कमी करनी चाहिए। इस समय आपकी आर्थिक स्थिति थोड़ी खराब हो सकती है। आपको अपने क्रोध पर भी काबू रखना होगा और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी होगी। अगर आपको हड्डियों से जुड़ी या लीवर से जुड़ी कोई बीमारी है तो समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श करते रहना चाहिए। कार्य के सिलसिले में आपकी कुछ विदेश यात्राएं हो सकती है। कार्यस्थल पर आपको कुछ मानसिक कष्ट की अनुभूति भी प्राप्त हो सकती है।  


सूर्य गुरु की युति
सूर्य गुरु की युति- फोटो : jeevanjali


तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति तृतीय और छठे भाव के स्वामी होते हैं वही सूर्य लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और अब सूर्य और बृहस्पति आपके अष्टम भाव में विराजमान होने जा रहे हैं। तुला राशि के जातकों को इस समय अपनी वाणी पर संयम रखना होगा और मधुर वचनों का प्रयोग करना होगा। आपके परिवार के सदस्यों के साथ आपके कुछ मतभेद सामने उभर कर आ सकते हैं। इसके अलावा आपके भाई बहन का आचरण भी आपके विपरीत हो सकता है। अगर पैतृक संपत्ति को लेकर कोई विवाद चल रहा है तो कोर्ट कचहरी की नौबत आ सकती है। इस समय आपको ससुराल पक्ष से किसी भी प्रकार का आर्थिक लेनदेन नहीं करना चाहिए। अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ रखना चाहिए और बेकार के खर्चों को बंद कर देना चाहिए।  


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सूर्य गुरु की युति
सूर्य गुरु की युति- फोटो : jeevanjali

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति प्रथम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और सूर्य छठे भाव के स्वामी होते हैं और अब सूर्य बृहस्पति आपके तृतीय भाव में विराजमान होने जा रहे हैं। इस भाव से व्यक्ति के साहस और पराक्रम का ज्ञान किया जाता है। मीन राशि के जातकों को इस समय अत्यधिक उत्साह से बचना चाहिए। आप कोई ऐसा काम ना करें जिससे आने वाले समय में आपको परेशानी का सामना करना पड़े। मीन राशि के जातकों को इस समय अपने पिता के साथ कुछ मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है। आपके शत्रु आपकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। आप अपनी मां की सेहत को लेकर भी थोड़े परेशान हो सकते हैं। आप अपने विदेशी संबंधों से जिस फायदे की उम्मीद कर रहे हैं वह फायदा फिलहाल 14 जून तक आपको प्राप्त नहीं होगा।
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