Budh Rashi Parivartan May 2024 : वैदिक ज्योतिष में बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह है। बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। बुध को तर्क शक्ति, मीडिया, लेखक, वकील, व्यापार और गणित का कारक कहा जाता है। बुध ग्रह जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते है तो उसका सभी मनुष्यो पर असर होता है। बुध ग्रह 31 मई को मेष राशि से निकलकर वृष राशि में प्रवेश करने जा रहे है। उनके इस राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर व्यापक असर होगा। आइये जानते है कि आपकी राशि पर बुध के बुध के इस गोचर का क्या प्रभाव होगा।
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके दूसरे भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की वाणी, कुटुंब और उसके संचित धन का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके अष्टम भाव पर होगी। मेष राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर मिला-जुला रहेगा। इस समय आपकी वाणी थोड़ी कड़वी हो सकती है। आपके परिवार के लोगों के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं वहीं दूसरी ओर अकाउंटेंट, वकील और मीडिया से जुड़े जातकों के लिए बुध का यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा। आपको प्रसिद्धि प्राप्त होगी। आपके कम्युनिकेशन से आपको फायदा होगा।
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पंचम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके प्रथम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से किसी भी जातक के व्यक्तित्व, उसकी सेहत, आध्यात्म और तरक्की का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर होगी। वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। इस समय आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। संतान पक्ष के साथ आपके संबंध सुधरेंगे। आपको अपनी शिक्षा बुद्धि का फायदा होगा। शेयर मार्केट से आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा। परिवार के लोगों पर अच्छा धन खर्च करने में आप सक्षम होंगे।
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम और चतुर्थ भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध का गोचर आपके द्वादश भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की विदेश यात्राएं, एकांत और आध्यात्म का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके छठे भाव पर होगी। इस भाव में विराजमान बुध का गोचर आपको थोड़ा परेशान करने वाला हो सकता है। आपको अपनी सेहत को लेकर थोड़ा सावधान हो जाना चाहिए। मौसमी बीमारियों से खुद को बचाकर रखेंगे तो अच्छा है। अनावश्यक धन खर्च करने से आपको बचना होगा। कुछ व्यर्थ की यात्राएं हो सकती हैं। इसके अलावा पारिवारिक सुख में भी आपको कमी महसूस हो सकती है। मानसिक कष्ट की अनुभूति भी प्राप्त होगी।
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके लाभ स्थान में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के मित्र और उसकी इच्छा पूर्ति का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी। कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। इस समय आपको अपने भाइयों और मित्रों से लाभ प्राप्त होगा। विदेशी संबंधों से भी मुनाफा होने की उम्मीद की जा सकती है। भाई बहनों के साथ संबंध सुधरेंगे। आपकी छोटी-मोटी यात्राओं के योग बने हुए हैं। शेयर मार्केट में निवेश करने वाले जातकों को बुध का यह गोचर अच्छा फायदा देगा।
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध द्वितीय और लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके दशम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के कार्य क्षेत्र और प्रसिद्धि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर होगी। सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर काफी अच्छा रहेगा। आप अपने कार्यस्थल पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले हैं। अगर आप वकील, गणितज्ञ, ज्योतिषी है तो इस समय आपको प्रसिद्धि प्राप्त होगी। पारिवारिक सुख में वृद्धि होगी। घर में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। परिवार की किसी महिला का विवाह फिक्स हो सकता है।
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके भाग्य स्थान से होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के धर्म, धार्मिक यात्राएं और गुरुओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके तीसरे भाव पर होगी। कन्या राशि के जातकों के लिए इस समय आपके पिता और गुरु आपका सहयोग करने वाले होंगे। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। समाज में मान सम्मान प्राप्त होगा। आप अपने परिवार के साथ कहीं बाहर घूमने के लिए भी जा सकते हैं। भाई बहनों का सहयोग भी बुध के इस गोचर के दौरान आपको प्राप्त होगा।
तुला राशि के जातकों के लिए बुध भाग्य स्थान और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके अष्टम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से चोट, दुर्घटना और अचानक से होने वाली घटनाओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर होगी। तुला राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर अनुकूल नहीं रहने वाला है। इस समय आपको ऐसा लगेगा कि भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है। इसके अलावा स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी आपके सामने आ सकती हैं। हालांकि इस समय आपको विदेश जाने का मौका प्राप्त हो सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि आप किसी पर अत्यधिक विश्वास ना करें क्योंकि आपके मित्र इस समय आपके साथ विश्वासघात कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके सप्तम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और साझेदारी का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके प्रथम भाव पर होगी। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर उनके वैवाहिक जीवन के लिए अच्छा रहेगा। आपकी पत्नी के साथ आपकी मित्रता और अच्छी होगी। विद्यार्थी वर्ग का अध्ययन में मन लगेगा। किसी बड़ी कंपनी में आपका चयन हो सकता है। ससुराल पक्ष से आर्थिक लाभ प्राप्त होने की संभावना है। बुध के इस गोचर के दौरान आय लगातार बनी रहेगी। आपके मित्रों का सहयोग भी प्राप्त होगा।
धनु राशि के जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके छठे भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के रोग ऋण शत्रु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके द्वादश भाव पर जा रही है। धनु राशि के जातकों को बुध के इस गोचर का मिला-जुला परिणाम प्राप्त होगा। एक तरफ जहां आपको नई नौकरी प्राप्त हो सकती है वहीं आपके शत्रु परास्त हो सकते हैं। दूसरी तरफ आपके वैवाहिक जीवन में कुछ तनाव की स्थितियां उत्पन्न हो सकती है। धनु राशि के जातकों को उनकी बुआ की तरफ से कोई उपहार भी प्राप्त हो सकता है। कार्यस्थल पर कुछ दिक्कतों का सामना आपको करना पड़ेगा।
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की संतान, प्रेम, शिक्षा और बुद्धि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके लाभ स्थान पर होगी। मकर राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा। इस समय विद्यार्थी वर्ग को परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। शेयर मार्केट से आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा। जो व्यापारी है वह अपने व्यापार का विस्तार करने में सफल होंगे। आपके भाई बहनों के करियर से जुड़ी कोई अच्छी खबर आपको प्राप्त हो सकती है। आपके जीवन में किसी प्रेमी का आगमन भी हो सकता है।
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपकी चतुर्थ भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की मानसिक शक्ति, सुख संपत्ति और मां की सेहत का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके दशम भाव पर होगी। कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर कुछ मानसिक शांति पैदा करने वाला हो सकता है। इस समय आपके परिवार के सदस्यों के साथ आपकी बहस हो सकती है। विद्यार्थी वर्ग के लिए परिणाम अनुकूल नहीं होंगे। हालांकि आपके कार्य स्थल के लिए बुध का यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा। आप अपने ऑफिस में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और आने वाले समय में प्रमोशन भी आपको दिया जा सकता है। इस समय आपकी वाणी अच्छी होगी और आप लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे।
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के कम्युनिकेशन , भाई बहन और यात्राओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके भाग्य स्थान पर होगी। मीन राशि के जातकों के लिए बुध का यह है गोचर उनके संवाद के लिए बहुत अच्छा रहेगा। इस समय आपकी यात्राएं होंगी। आपके मित्र आपके सहायक होंगे। वकील, ज्योतिषी, मीडिया से जुड़े हुए लोग इस समय अच्छी प्रसिद्धि प्राप्त करेंगे। मीन राशि के जातकों को बुध के इस गोचर के दौरान भाग्य का साथ भी प्राप्त होगा। आपके घर में किसी साधु संत का आगमन हो सकता है। पिता का सहयोग भी प्राप्त होगा।